बांग्लादेश में हिंदू उत्पीडन व धार्मिक नेता की गिरफ्तारी के प्रति विहिप बजरंग दल ने जताया आक्रोश
उदाकिशुनगंज
उदाकिशुनगंज प्रखंड के विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल के प्रखंड अध्यक्ष रंजीत कुमार मिश्रा उर्फ रंजीत कुमार राणा के आवास पर विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने बैठक आयोजित कर एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की। बैठक में विहिप बजरंग दल के जिलाध्यक्ष इंदु सिंह ने कहा कि बांग्लादेश में हिन्दुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के इस्लामी कट्टरपंथी जिहादी तत्वों द्वारा निरंतर उत्पीडन, हिंदू मंदिरों प्रतिमाओं के खंडन और हिंदू सम्पतियों को हानि पहुंचाने के कुकृत्य अभी भी जारी हैं जो घोर नींदनीय है। उदाकिशुनगंज में विश्व हिन्दू परिषद बजरंगदल कार्यकर्ता ने बैठक कर सरकार और प्रशासन को इनको रोकने के गंभीर प्रयास करने का जरूरत बताया। उन्होंने कहा कि विश्व समुदाय और भारत सरकार द्वारा शासन से की गई अपेक्षाओं पर कोई प्रभावी कार्यवाही नहीं हुई है। उल्टे, हिंदू समाज को सुरक्षा व संगठन हेतु जागृत करने वाले नेतृत्व में प्रमुख चिन्मय कृष्ण दास प्रभु को गिरफ्तार कर लिया गया है और जमानत भी ठुकरा दी गई है। चिन्मय कृष्ण दास प्रभु के चित्र के साथ उनकी तत्काल रिहाई की मांग की गई। वहीं जिला मंत्री रूपेश कुमार ने हिंदू उत्पीडन समाप्त करने और दोषियों पर कार्यवाही करने कि मांग भारत सरकार से उठाई। – विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल के दायित्व से जॉनसन दास 2 साल पूर्व हुए मुक्त बावजूद अपने नाम के आगे विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल लिखवाते हैं।जिला अध्यक्ष इंदु शेखर सिंह ने उपमुख्य पार्षद पति जॉनसन दास को आरे हाथों लेते हुए तीखा आपत्ति जताते हुए कहा कि जॉनसन दास को विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल के सभी दायित्व से दो साल पूर्व ही मुक्त कर दिया गया है। बावजूद जॉनसन दास अपने नाम के आगे विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल जिला मंत्री लिखवाते हैं। जो उनके ऊंची राजनीति और इस मानसिकता को दर्शाता है जिससे लोगों में भ्रामक स्थिति पैदा हो रही है। विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल के नाम पर अपने राजनीतिक रोटी सेकते हैं।वहीं विहिप के प्रखंड अध्यक्ष रंजीत मिश्रा ने कहा कि विहिप, बजरंग दल के नाम पर जॉनसन दास के द्वारा लोगों को दिग्भ्रमित किया जाता है। वह हर दायित्व से मुक्त हैं।इसके वावजूद वह कई बैनर में विहिप, बजरंग दल अपने नाम के आगे लगाकर अपने आप को विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल का नेता कहलाना चाहते हैं। जिससे लोगों में भ्रामक संदेश जाता है।