उज्जवला योजना : गैस कनेक्शन की स्वीकृति के बावजूद लाभार्थियों को नहीं मिल रहे सिलेंडर

उज्जवला गैस योजना में बड़ी धांधली वर्षों बीत गए नही मिला गैस सिलेंडर,चक्कर काट थक हार गई लाभुकजिला पदाधिकारी को आवेदन देकर गैस संचालक पर कार्यवाही की मांग

प्रिंस कुमार मिठू

गरीबों को उज्जवला योजना के अंतर्गत मिलने वाले मुफ्त गैस कनेक्शन में गैस कनेक्शन वितरकों द्वारा जमकर मनमानी किए जाने का मामला सुर्खियों में है. राशन कार्डधारी लाभार्थियों से गैस कनेक्शन का फॉर्म भरवाने और गैस कनेक्शन की स्वीकृति मिलने के बावजूद लाभार्थियों को उनके हिस्से के गैस चूल्हा और सिलेंडर नहीं दिए जा रहे है. लेकिन वैसे लाभुकों को दिया जाता है जो दो हजार रुपए नजराना देते है. ऐसा ही मामला नयानगर स्थित इंडियन ग्रामीण गैस वितरक द्वारा सामने आया है. सिंगारपुर गांव निवासी लाभुक गुलनाज प्रवीण ने जिला पदाधिकारी को आवेदन देकर कहा है कि मेरा कनेक्शन नंबर 7214246080 उदाकिशुनगंज प्रखंड क्षेत्र के नयानगर स्थित इंडियन गैस ग्रामीण वितरक के यहां 2022 में कनेक्शन स्वीकृत हुआ है. कनेक्शन लिए एक दो साल से अधिक हो गए,लेकिन अभी तक गैस सिलेंडर व चूल्हा नहीं मिला.महिला गैस सिलेंडर व चूल्हा के लिए एजेंसी के चक्कर काट रही हैं.गैस कनेक्शन होने के बाद भी उन्हें चूल्हा फूंकना पड़ रहा है. आवेदनकर्ता सिंगारपुर निवासी गुलनाज प्रवीण का कहना है कि वर्षो से गैस एजेंसी के संचालक द्वारा टरकाया जा रहा है. हमारी शिकायत कोई नही सुनता है और ना ही कोई मदद करता है.उन्होंने कहा कि सरकार को लग रहा होगा कि गरीबों को सिलेंडर मिल रहा है पर हकीकत में तो ऐसा नहीं है. संचालक सरकार द्वारा उज्जवला योजना बंद होने की बात कहकर पल्ला झाड़ लेते हैं. इस मामले को लेकर जब गैस एजेंसी कर्मी से बात की तो उन्होंने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया.चूल्हे पर खाना बनाने को मजबूर महिलायें :गरीब महिलाओं को खाना बनाने में हो रही परेशानी से बचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी बड़ी योजना उज्ज्वला योजना में उदाकिशुनगंज में जमकर घोटाला किया जा रहा है. यहां गरीब बीपीएल सूची के लाभार्थियों से फार्म भरवाए गए, कनेक्शन स्वीकृत होने के बावजूद उन्हें हर बार यह कहकर लौटा दिया जाता है कि कि आपका गैस कनेक्शन स्वीकृत नहीं हुआ है. भोले भाले ग्रामीण गैस वितरकों के बहकावे में आकर उनकी बात पर विश्वास कर लेते है. भोजन बनाने के लिए लकड़ी चूल्हा पर आश्रित हो गए. महिलाएं पुर्व की तरह मिट्टी के चूल्हे पर भोजन बनाने को अब भी मजबूर है. जबकि प्रधानमंत्री ने गरीब लोगों के लिए प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की शुरुआत की थी,जिससे गरीब तबके के लोगों को घरेलू गैस की सुविधा मुहैया कराई जा सके. लेकिन उदाकिशुनगंज प्रखंड में इस योजना में बड़ी धांधली बरती गई है. हालांकि इसके बावजूद स्थानीय गैस कनेक्शन वितरकों ने उन्हें गैस कनेक्शन नहीं दिए जबकि सालों पहले इनके नाम पर गैस कनेक्शन अलाउड हो चुका था.

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