“यूभीके कॉलेज में साइबर अपराध से बचाव के उपायों पर दी गई महत्वपूर्ण जानकारी, विशेषज्ञों ने की जागरूकता बढ़ाने की अपील”
कड़ामा (आलमनगर) ।
कड़ामा स्थित यूभीके कॉलेज, आलमनगर में गुरुवार को साइबर क्राइम और अवेयरनेस पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कम्युनिटी कॉलेज के निदेशक इंजीनियर डॉक्टर सिप्पू कुमार ने की। मुख्य वक्ता के रूप में महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉक्टर माधवेंद्र झा ने उपस्थित छात्रों और शिक्षकों को साइबर अपराध से बचाव के उपायों के बारे में बताया। कार्यक्रम में अन्य अतिथियों के रूप में परीक्षा नियंत्रक डॉक्टर चंद्रशेखर मिश्रा और प्रोफेसर ओमप्रकाश यादव भी उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलित कर की गई। इसके बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानाचार्य डॉक्टर माधवेंद्र झा ने कहा कि “साइबर क्राइम इस युग का सबसे ज्वलंत मुद्दा है, जो समाज के हर परिवार को प्रभावित करता है। कोई भी परिवार इस समस्या से अछूता नहीं है।” उन्होंने आगे कहा कि आजकल अपराधी सड़कों पर अपराध करने के बजाय ऑनलाइन माध्यम से अपराध करना ज्यादा सुरक्षित समझते हैं और भोले-भाले लोगों को अपना शिकार बनाते हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को यह समझना चाहिए कि किसी भी अनजाने व्यक्ति को ओटीपी, आधार कार्ड नंबर, पैन कार्ड नंबर, अकाउंट नंबर या किसी भी प्रकार के दस्तावेजों की जानकारी नहीं देनी चाहिए।
डॉक्टर झा ने मजबूत पासवर्ड बनाने और उसे नियमित रूप से बदलने, संदिग्ध लिंक से बचने और केवल विश्वसनीय वेबसाइट्स का इस्तेमाल करने की सलाह दी। उन्होंने स्मार्टफोन और कंप्यूटर में एंटीवायरस सॉफ्टवेयर अपडेट रखने की भी आवश्यकता बताई। इसके अलावा, सार्वजनिक वाई-फाई से बचने की बात भी की।
कार्यक्रम में डॉक्टर चंद्रशेखर मिश्रा और प्रोफेसर ओमप्रकाश यादव ने भी साइबर क्राइम के प्रभाव और इससे बचाव के उपायों पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने बताया कि डीप फेक फोटो और वीडियो के माध्यम से अपराधी अभिभावकों को ब्लैकमेल करने की कोशिश करते हैं, इसलिए अभिभावकों को अपने बच्चों से बात करनी चाहिए और उन्हें साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक करना चाहिए।
कार्यक्रम का संचालन अभिषेक आचार्य ने किया। इस अवसर पर प्रोफेसर विनोद शंकर, प्रोफेसर राजीव कुमार रमन, प्रोफेसर श्यामल किशोर जयसवाल, प्रोफेसर कुमारी रेनू, प्रोफेसर संध्या सुमन, प्रोफेसर दिलीप कुमार, प्रोफेसर अजय कुमार झा, प्रोफेसर कुमार चंद्रशेखर, प्रोफेसर रंजीत कुमार और अन्य कई शिक्षकगण और छात्र उपस्थित थे।
इस कार्यशाला ने शिक्षकों और छात्रों को साइबर सुरक्षा के महत्वपूर्ण पहलुओं पर गहरी समझ विकसित करने का अवसर प्रदान किया और ऑनलाइन अपराध से बचने के उपायों पर चर्चा की।